पेड़ काटने की सजा तीन से दस साल तक हो- कमलसिंह यादव
नोखा दैया में पर्यावरण संघर्ष समिति के धरना 15वें दिन भी जारी
नोखा दैया 1 अगस्त । स्थानीय खेजड़ला की रोही में राज्यवृक्ष खेजड़ीं की कटाई रोकने की मांग को लेकर 18 जुलाई से शुरू किया गया अनिश्चित कालीन धरना आज 15 वें दिन भी जारी रहा। पर्यावरण संघर्ष समिति के बैनर तले चल रहे उक्त धरने में आज हरियाणा के प्रकृति प्रेमी विशेष रूप से आये। रेवाड़ी निवासी कमलसिंह यादव ने कहा कि देश की राजधानी दिल्ली,पंजाब और हरियाणा राज्यों में हरे पेड़ों की कटाई पर पूर्ण प्रतिबंध है । वहां राज्य स्तर पर पेड़ सुरक्षा अधिनियम बने हुए हैं । हरा पेड़ काटने वालों पर कम से कम पचास हजार रुपयों का जुर्माना लगता है। तीन से दस साल तक की जेल की सजा के प्रावधान है। हरियाणा में तो 125 वर्ष पहले ही पेड़ों की कटाई पर प्रतिबंध लगा दिया गया था इसलिए ही विकसित राज्य बना है। वहां पेड़ काटना आपराधिक कृत्य घोषित है। वन विभाग तथा पुलिस दोनों में ही मुकदमें दर्ज होते हैं इसलिए पेड़ नहीं कटते हैं। उनके साथी मूलचन्द जांगिड़ ने कहा कि अगर मानव सचेत नहीं हुआ तो एक दिन हमें, सांस लेने में भारी परेशानी होगी। मानव जीवन खतरे में है। पेड़ हमारी जिन्दगी है। पेड़ हमारी सांसे हैं। इनके बिना हम मर जाएंगे। साँसे बन्द न हो इसके लिए पेड़ बचाने जरूरी है। पेड़ों की कटाई बन्द हो इसके लिए राजस्थान ट्री प्रोटेक्शन एक्ट बने और सोलर प्लांट लगाने वाले भी पेड़ नहीं काटे ऐसी मांगों को लेकर दिया जा रहा धरना जन जन के हित में है। बहुत ही सराहनीय कदम है। राज्य सरकार को इनकी माँगे तुरन्त माननी चाहिए।
पेड़ हमारी जिन्दगी है हमारी सांसे है - वैद्य अरुण
श्री जम्भेश्वर पर्यावरण एवं जीवरक्षा प्रदेश संस्था के प्रदेश सचिव रामगोपाल बिश्नोई 15 दिनों से निरन्तर धरने पर बैठे हैं । श्री बिश्नोई ने बताया कि सोलर कम्पनी के लोग धनबल के कारण प्रकृति प्रेमियों को डराने के प्रयास कर रहे हैं मगर उनकी टीम मैदान में निडर होकर डटी हुई है। अब टेंट के पास ही एक स्थाई छप्पर बनाया जा रहा है। धरना तब तक जारी रखा जाएगा जब खेजड़ी की कटाई राजस्थान में पूर्णतया बन्द करने का कानून बनेगा। रामप्रताप वर्मा बीकानेर तथा अरुण वेद ने कहा कि उक्त क्षेत्र में खेजड़ी की कटाई बुरी तरह की गई है जो निन्दनीय कृत्य है। अब रोक लगानी जरूरी है।
धरने पर बैठे रिछपाल फौजी,पवनदास,रामेश्वर मेघवंशी सहित सभी ने मांगे पूरी करने की बात दोहराई। सरकार को सचेत करते हुए जोशीले नारे लगाये। उल्लेखनीय है कि सोलर प्लांट लगाने वाली कंपनी के लोग उस क्षेत्र में डेरा डाले हुए है मगर फिलहाल धरने के कारण खेजड़ी की कटाई का काम बंद है। अरुण