अजय विश्नोई : मध्य प्रदेश के एक मात्र बिश्नोई विधायक

 अजय विश्नोई : मध्य प्रदेश के एक मात्र बिश्नोई विधायक 

अजय विश्नोई : मध्य प्रदेश के एक मात्र बिश्नोई विधायक


बिश्नोई जनसंख्या की दृष्टि से राजस्थान शीर्ष है लेकिन यहां के बिश्नोई राजनीतिक दृषि से उतने सुदृढ़ नहीं रहे जीतने अन्य राज्य के बिश्नोई रहे।  हरियाणा जैसे प्रदेश में “बिश्नोई रत्न” चौधरी भजनलाल जी के नाम सर्वाधिक समय तक रहने वाले मुख्यमंत्री का गौरव रिकॉर्ड है। उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश जैसे राज्यों में गिने-चुने गांव/शहरों में बिश्नोई आबादी है लेकिन वहां भी लोकतंत्र के मंदिर (विधानसभा/लोकसभा) में बिश्नोई अपनी भागीदारी बराबर निभाते आए हैं। इन्हीं लोकसेवकों में से एक है ‘अजय विश्नोई’ जो मध्यप्रदेश से ताल्लुक़ रखते हैं और इस बार के विधानसभा चुनावों में जीतकर पांचवी बार विधायक बनने का गौरव हासिल किया है।


मध्यभारत में बीजेपी के दिग्गज व दबंग नेता के रूप में अपनी छाप छोड़ने वाले श्री अजय विश्नोई मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव-2023 में पाटन विधानसभा क्षेत्र से शानदार जीत दर्ज कर पांचवी बार मध्यप्रदेश विधानसभा में अपने क्षेत्र का नेतृत्व करेंगे। आपने इस चुनाव में 113223 वोट प्राप्त कर अपने निकटतम प्रतिद्वन्द्वी कांग्रेस के श्री नीलेश अवस्थी को 30255 मतों से पराजित किया।


पाटन के विधायक अजय विश्नोई का जन्म 14 जून, 1952 में जबलपुर निवासी चौ. गौरीशंकर बिश्नोई के यहाँ हुआ। आपने बेटेनरी साइंस में स्नातक की उपाधि प्राप्त की है। श्री विश्नोई की छात्र जीवन से ही राजनीति में गहरी रूचि रही है। आप मध्यप्रदेश सरकार में 10 वर्ष तक केबिनेट मंत्री रहे। 


 अजय बिश्नोई का राजनीतिक सफर


  1.  1973 से 75 तक जवाहरलाल कृषि विश्वविद्यालय, जबलपुर के छात्र जीवन के दौरान संपूर्ण अविभाजित मध्यप्रदेश में सक्रिय छात्र नेता रहे। जयप्रकाश नारायण जी के आंदोलन से जुड़े।
  2.  26 जून, 195 से 29 जवरी, 1977 तक मीसा बंदी के रूप में जबलपुर-टीकमगढ़-जावरा जेल में रहे।
  3. सन् 1977 में युवा मोर्चा का गठन हुआ। 1977 से 1984 तक युवा मोर्चा के प्रदेश मंत्री, उपाध्यक्ष, अध्यक्ष और राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष तक का सफर तय किया। सन् 1984 से 1990 राजनैतिक विश्राम। तत्पश्चात् भाजपा के प्रदेश मंत्री तथा सन् 1990 में केन्द्रीय पालिर्यामेंट्री बोर्ड के विशेष आमंत्रित सदस्य रहे।
  4. ग्रामीण क्षेत्र कंटगी मंझौली विधानसभा क्षेत्र से लगातार दो बार मध्यप्रदेश विधानसभा के सदस्य चुने गए।
  5. सन् 2003 से 2013 तक मध्यप्रदेश शासन में लोक निर्माण, नर्मदा घाटी विकास, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा, गैस राहत एवं पुनर्वास, पशुपालन, पिछड़ा वर्ग, अल्प संख्यक कल्याण एवं नवीन नवकरणीय ऊर्जा विभागों के मंत्री के रूप में कार्य किया।
  6. सन् 2018 से 2023 तक मध्यप्रदेश विधानसभा में पाटन से विधायक चुने गए।
  7. वर्तमान में पाटन जिला जबलपुर से मध्यप्रदेश विधानसभा सदस्य निर्वाचित।


श्री अजय विश्नोई एक कुशल राजनीतिज्ञ होने के साथ-साथ एक अच्छे समाजसेवी भी है। आप अनेक सामाजिक व साहित्यिक संस्थाओं से जुड़े हुए है। मध्यप्रदेश सरकार द्वारा अमृता देवी की स्मृति में पर्यावरण पुरस्कार प्रारम्भ करवाना आपका समाज एवं पर्यावरण प्रेम का प्रतीक है। मध्यप्रदेश के बिश्नोई समाज को आपके प्रयासों से ही ओ.बी.सी. का दर्जा प्राप्त हुआ है।


पूर्व मंत्री श्री अजय विश्नोई एक सांस्कृतिक अभिरूचि के राजनेता हैं। आप न केवल साहित्यिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भागीदारी करते है बल्कि स्वयं इनका आयोजन भी करते हैं। 2016 व 2023 में जबलपुर में आयोजित ‘वर्ल्ड रामायण कॉन्फ्रेंस’ में आपकी महती भूमिका रही थी। आप एक अच्छे कवि भी है।


श्री बिश्नोई की गुरु जंभेश्वर महाराज के सिद्धांतों में गहरी आस्था है। जहां भी आपको अवसर मिलता है। आप बिश्नोई समाज और गुरु जम्भेश्वर भगवान को शिक्षाओं का प्रचार-प्रसार करते रहते हैं। धर्म प्रचार- प्रसार के साथ-साथ नशा उन्मूलन, मृत्यु भोज व बाल विवाह जैसी कुरीतियों के निवारण में लोगों को जागरूक करने में आपकी मुख्य भूमिका रही है। सरकार में आपकी एक कुशल प्रशासक के रूप में अलग ही छवि रही है।





पर्यावरण और जीवरक्षा की उच्च एवं अतिविशिष्ट परम्परा का ध्वजावाहक विश्नोई सम्प्रदाय और परम्परा हमेशा सम्मानित होती रही है। मध्यप्रदेश में विश्नोई समाज की गिनी-चुनी जनसंख्या है। दस हजार से भी कम। इनमें से अधिकांश अपना गोत्र लिखते हैं। विश्नोई नहीं। इस प्रवृत्ति और कम जनसंख्या ने प्रदेश में विश्नोई समाज की पहचान का संकट खड़ा था। ऐसे समय 1998 में मुझे भारतीय जनता पार्टी की ओर से मध्यप्रदेश विधानसभा में विधायक बनने का अवसर मिला, विधायक बनने के बाद से ही मैंने मध्यप्रदेश में विश्नोई समाज को पहचान और सम्मान दिलाने के प्रयास किये। सफलता मिली और शासन ने विश्नोई माथे को अनेक तिलक और सम्मान से नवाजा है, जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं:-

  1. विश्नोई समाज को म.प्र. में अन्य पिछड़ा वर्ग की सूची में शामिल किया गया।
  2. कक्षा 8वीं की बाल भारती में शहीद अमृता देवी विश्नोई बलिदान की घटना का पाठ शामिल किया।
  3. शहीद अमृता देवी विश्नोई के बलिदान को स्वीकारा और उसके सम्मान में प्रत्येक वर्ष सार्वजनिक शासकीय आयोजन करके निम्न पुरूस्कार दिये जाते हैं:-

(i). वनरक्षा एवं वनसंवर्धन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली संस्था (ग्राम पंचायत संयुक्त वन प्रबधंन के अंतर्गत गठित समितियाँ के अशासकीय स्वयंसेवी संस्था) को शहीद अमृता देवी विश्नोई पुरूस्कार और 4 लाख रूपये की नगद राशि।

(ii). वनरक्षा एवं वनसंवर्धन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्ति को शहीद अमृता देवी विश्नोई पुरूस्कार और 2 लाख रूपये नगद राशि।  

(iii). वनरक्षा एवं वनसंवर्धन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले शासकीय सेवक को शहीद अमृता देवी विश्नोई पुरूस्कार और रूपये 1 लाख रूपये नगद। 

(iv). वन्य प्राणियों की रक्षा में उल्लेखनीय कार्य करने वाले शासकीय सेवक को शहीद अमृता देवी विश्नोई पुरूस्कार और 1 लाख रूपये की नगद राशि। 

अजय विश्नोई के पशुपालन मंत्री रहते शोशल मीडिया पर लिखी पोस्ट का अंश


Hot Widget

VIP PHOTOGRAPHY