बिश्नोई युवा सम्मेलन लालासर साथरी 2023: प्रतिभाएं जो समाज के युवाओं को अपने अनुभवों से लाभान्वित करेंगे...
बिश्नोई समाज के युवा सचेतक एवं लालासर साथरी के महंत स्वामी सच्चिदानंद जी आचार्य की अनूठी पहल द्वारा समाज के युवाओं को सम्मानित करने एवं उनके अनुभवों से संघर्षशील युवाओं को लाभान्वित करने के उद्देश्य से पांच वर्ष पूर्व ‘बिश्नोई युवा सम्मेलन’ का प्रारंभ फाल्गुन मेले के अवसर पर लालासर साथरी में किया गया। अब तक पांच युवा सम्मेलन का सफल आयोजन स्वामी सच्चिदानंद जी आचार्य के सानिध्य में अखिल भारतीय बिश्नोई युवा संगठन के तत्वावधान में किया जा चुका है।
इस बार फाल्गुन मेले के अवसर पर लालासर साथरी के प्रांगण में महंत स्वामी सच्चिदानंद जी आचार्य के सानिध्य त्रिदिवसीय बिश्नोई युवा सम्मेलन आयोजित होगा। जिसमें 17 फरवरी को संगीत प्रतियोगिता, 18 फरवरी को नारी व युवा संवाद और 19 फरवरी को मुख्य युवा सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा।
IAS PARI BISHNOI
बिश्नोई समाज में महिलाओं ने हमेशा अगुवा की भूमिका निभाई है. इतिहास के पन्नों पर समाज में महिलाओं की भागीदारी स्वर्णिम अक्षरों में अंकित है. समाज की महिलाओं ने अपने प्राणों की बाजी लगाकर गुरु जाम्भोजी के परम संदेश “जीव दया पालणी, रूंख लीलो नी घावे” का निर्वहन किया है. हरे वृक्षों के लिए बलिदान, मातृत्व विहिन हिरण के बच्चों को स्तनपान करवाकर उन्हें बचाने से लेकर स्वतंत्रता आंदोलन में इंकलाब के किस्से तो हम सबने बहुत सुने हैं लेकिन वर्तमान में बदलते दौर में भी महिलाओं की भागीदारी कम नहीं हुई है. समाज की महिलाएं आईएएस, आईपीएस से लेकर स्टेट पीसीएस, शिक्षा व सुरक्षा और न्याय के क्षेत्र में नित नए मुकाम हासिल कर समाज की सामाजिक, शैक्षणिक और आर्थिक उन्नति में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर रही हैं. इन्हीं सफल महिलाओं में से एक है परी बिश्नोई जिन्होंने हाल ही में भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) में चयनित होकर प्रथम बिश्नोई महिला IAS (साक्षात्कार के बाद सीधा चयन) बनने का गौरव हासिल किया है.
IAS RAVI KUMAR SIHAG
ग्रामीण अंचल से निकली प्रतिभा के लिए कैरियर के चुनाव में हमेशा अंग्रेजी भाषा बाधा के रूप में उभर कर सामने आती है। आज भले ही हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं लेकिन उच्च शिक्षा से लेकर उच्च वर्ग की नौकरी पाने के लिए अंग्रेजी में निष्णात होना आज भी प्रथम शर्त है। सफलता के इस विकृत पैमाने को ठेठ गांव देहात से निकलकर Ravi Sihag ने हिंदी भाषा में UPSC CSE 2021 में AIR 18 से IAS बनकर ध्वस्त करने का काम किया है।
जहां देश की सबसे बड़ी व कठिन मानी जाने वाली संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा अभ्यर्थियों के लिए किसी चुनौती से नहीं है वहीं रवि ने UPSC में सफलता को दोहराया ही नहीं बल्कि तीन बार सफल होकर अंततोगत्वा हिन्दी मीडियम से टॉपर बनें और ऑल इंडिया रैंक 18 के साथ IAS बनने में कामयाब रहे। रवि की सफलता हिंदी भाषी अभ्यर्थियों में आशा की नई किरण जगाने का काम करेगी।
कवि चंद्रभान बिश्नोई
चंद्रभान बिश्नोई मूलत: जोधपुर के ऐकलखोरी गांव के रहने वाले है। एक शिक्षित परिवार से संबंध रखने वाले चंद्रभान बिश्नोई के परिवार की तीन पढियां शिक्षा का उजाला कर युवाओं को शिक्षित करती आई हैं। इनके दादा, पिता व स्वयं और भाई अध्यापक है।
बहुमुखी प्रतिभा के धनी चंद्रभान बिश्नोई अध्यापन के साथ-साथ लेखक, कवि, मंच संचालक तथा आकाशवाणी के कार्यक्रम सूत्रधार की हैसियत से भी अपनी अलग पहचान रखते हैं। समय-समय पर उनके आलेख व कविताएं हिंदी पत्र-पत्रिकाओं में छपते आएं हैं। चंद्रभान हिंदी व राजस्थानी काव्य मंचों के उभरते हस्ताक्षर होने के साथ ही आकाशवाणी जोधपुर में कार्यक्रम सूत्रधार भी है।
शिक्षा में बिश्नोई जोधपुर के जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय से एमए राजस्थानी, एमए इतिहास में गोल्ड मेडलिस्ट है। वहीं खुला विश्वविद्यालय कोटा से एमए हिंदी विषय में विवि में चौथा तथा जोधपुर अध्ययन क्षेत्र के अंतर्गत प्रथम स्थान प्राप्त कर चुके हैं। साथ ही विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की नेट परीक्षा में हिंदी विषय में नेट-जेआरएफ तथा राजस्थानी में नेट परीक्षा उत्कृष्ट अंकों के साथ उत्तीर्ण कर चुके हैं।
चंद्रभान बिश्नोई Bishnoism - An Eco Dharma टीम के मुख्य स्तंभ है। युवा सम्मेलन में आप समाज के युवाओं को संबोधित कर उन्हें सफलता प्राप्त करने को प्रेरित करेंगे।
4. अमित बिश्नोई, IES
5. रमेश बिश्नोई, IFS
6. RJS डेनिश बिश्नोई
7. इंद्र गोदारा,NRI
8. सुमन खीचड, MD Skin