इस बरस 18 अक्टूबर को बिश्नोई समाज अपना स्थापना दिवस मनाएगा। धर्म स्थापना दिवस के अवसर पर अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के तत्वावधान में बिश्नोई समाज के आद्य समराथल धोरा व निज मंदिर मुकाम के मध्य शोभा यात्रा निकाली जाएगी। समराथल धोरा धाम पर पवित्र पाहल लेकर समाज के लोग गुरु जाम्भोजी के संकल्प को दोहराएंगे।
538 वें बिश्नोई धर्म स्थापना दिवस की पूर्व रात्रि जम्भ-जागरण, सुबह हवन-पाहल के बाद निकाली जाएगी शोभा यात्रा
सवंत् 2079 कार्तिक वदी अष्टमी तद्नुसार 18 अक्टूबर 2022 वार मंगलवार को 538 वां बिश्नोई धर्म स्थापना दिवस अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के तत्वावधान में श्री गुरु जम्भेश्वर मंदिर मुक्तिधाम मुकाम व समराथल धोरे पर मनाया जाएगा। पूर्व रात्रि दिनांक 17 अक्टूबर को मुक्तिधाम मुकाम में जाम्भाणी सत्संग का आयोजन किया जाएगा। अष्टमी को मुक्तिधाम मुकाम से समराथल धोरे के मध्य शोभा निकाली जाएगी। शोभा यात्रा में भगवें झण्डे के सात 29 नियमों की पट्टिकाओं के साथ बिश्नोई जन सम्मिलित होंगे। बिश्नोईयों के आद्य स्थल समराथल धोरा पर जाम्भाणी यज्ञ के साथ पवित्र पाहल बनाया जाएगा जिसे बिश्नोई जन ग्रहण कर अपने संकल्पों को दोहराएंगे। इसके लोग पश्चात महासभा द्वारा तैयार प्रसाद-भोज का भोजशाला में आकर ग्रहण करेंगे।