जयपुर: विधायक बिश्नोई सहित समाज के लोगों ने खेजड़ली बलिदान में शहीद हुए नर-नारियों को श्रद्धांजलि अर्पित की

 जयपुर: विधायक बिश्नोई सहित समाज के लोगों ने खेजड़ली बलिदान में शहीद हुए नर-नारियों को श्रद्धांजलि अर्पित की

जयपुर: विधायक बिश्नोई सहित समाज के लोगों ने खेजड़ली बलिदान में शहीद हुए नर-नारियों को श्रद्धांजलि अर्पित की


बिश्नोई न्यूज़, जयपुर।

जयपुर में बिश्नोई के लोगों व जीव प्रेमियों द्वारा जोधपुर के गांव खेजड़ली में वृक्ष रक्षा के लिए शहीद हुए 363 नर-नारियों को श्रद्धांजलि देने के लिए कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर समाज के लोग और समाजिक संगठनों ने बिश्नोई समाज के शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किए। उपस्थिति जनसमूह ने खेजड़ली के शहीदों के संकल्प को दोहराकर हमेशा वन व वन्यजीवों के संरक्षण करते हुए जीवन जीने का संदेश दिया।

 कार्यक्रम के दौरान मंत्री सुखराम बिश्नोई, विधायक बिहारीलाल बिश्नोई, पब्बाराम बिश्नोई, भजनलाल, सुधीर बिश्नोई, चंद्रशेखर बिश्नोई व समाज के गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।



यह है खेजड़ली की कहानी 


वर्ष 1730 में जोधपुर के तत्कालीन महाराजा अभय सिंह के शासनकाल में यहां के गांव खेजड़ली में महाराजा अभय सिंह के दीवान गिरधर दास भंडारी ने राजा  के आदेश के अनुसार गांव में किले के निर्माण करवाने के लिए पेड़ों की कटाई का फरमान जारी किया था लेकिन अपने गांव में पर्यावरण की रक्षा हेतु अमृता देवी के नेतृत्व में 363 नर नारी पेड़ के चिपक गए थे और गुरु जंभेश्वर भगवान की वाणी जीव दया पालनी रुख नीलो नहीं घावै  को चरितार्थ करते हुए अपने परिजनों की चिंता ना करते हुए 363 लोगों ने एक-एक करके कर अपना बलिदान दे दिया ।

Hot Widget

VIP PHOTOGRAPHY