हिसार: बिश्नोई सभा का 70 साल पुराना रिकॉर्ड तलब
रामनिवास बेनीवाल/ हिसार 27 फरवरी बिश्नोई सभा हिसार हाल ही में निर्वाचित हुई कार्यकारिणी पर संकट के बादल छाए हुए हैं। बता दें कि आजादी से पूर्व करीब 77 साल पुरानी गठित बिश्नोई सभा हिसार इस सदस्यता को लेकर चल रहा विवाद जिला प्रशासन के समक्ष पहुंच गया है। इस मामले में डिस्ट्रिक रजिस्ट्रार फर्म्स एवं सोसायटी व स्टेट विजिलेंस को शिकायत भेजी गई है। इस मामले की जांच को लेकर सभा और विपक्ष दोनों को डिस्ट्रिक रजिस्ट्रार के समक्ष पेश होना पड़ा और अपना पक्ष रखा। इस मामले में कृष्ण गोदारा व सतपाल भांभू शिकायतकर्ता के तौर पर पेश हुए जबकि बिश्नोई सभा हिसार की ओर से अधिवक्ता पेश हुए।
डिस्ट्रिक रजिस्ट्रार ने इस मामले में बिश्नोई सभा की ओर से पेश हुए एडवोकेट को वर्ष 1947 से लेकर अब तक बिश्नोई सभा हिसार का रिकॉर्ड पेश करने को कहा है। इस दौरान सदस्यता देने को लेकर 11-11 हजार रुपए एकत्रित किए गए करीब 70 लाख रुपए का हिसाब पेश करने के आदेश जारी किए। इस मामले की अगली सुनवाई सोमवार 7 मार्च को होगी।
मामले पर एक नजर
नए नियम लागू होने के बाद हुआ विवाद
बिश्नोई सभा की सदस्यता को लेकर चल रहे विवाद में उस समय नया मोड़ आया जब 2016 में ₹11000 की सदस्यता ओपन कर दी गई। बता दें कि सन 1947 में गठित बिश्नोई सभा हिसार में 99 स्थाई सदस्य थे। सन 2012 में रजिस्टर सोसायटीमें नया नियम लागू कर दिया गया। जिसमें करीब 500 नए सदस्य 11 -11 हजार रुपए लेकर जोड़े गए। वर्ष 2019 के दौरान करीब 193 लोगों को नई सदस्यता दी गई। इन सभी से ₹11000 के हिसाब से मेंबरशिप ली गई। इसके पश्चात विश्व सभा के सदस्यों की संख्या 696 हो गई। वोटिंग के दौरान प्रदीप बेनीवाल विजयी रहे। दूसरी बार प्रदीप बेनीवाल फिर से प्रधान बने।
इसी बीच प्रदीप बेनीवाल को हटाकर मूल सदस्य यानी 99 सदस्य की सदस्यता दिखाकर बिश्नोई सभा ने वोटिंग करा जगदीश कड़वासरा को प्रधान बना दिया। जिसमें करीब 600 लोग जिन्होंने सभा की सदस्यता ले रखी थी वह मतदान नहीं कर पाए।
फरवरी 2021 में बेनीवाल पक्ष ने हाईकोर्ट से सटे हासिल किया और वोटिंग के तुरंत बाद की गिनती पर रोक लगवादी गई। करीब 1 साल बाद कोर्ट के आदेश पर 13 फरवरी 2022 को गिनती हुई और जगदीश कड़वासरा को बिश्नोई सभा का प्रधान घोषित किया गया। इस मामले को लेकर बेनीवाल पक्ष से कृष्ण गोदारा और सतपाल भांभू समाज के अन्य लोगों ने डिस्ट्रिक रजिस्ट्रार के समक्ष चैलेंज कर दिया और चैलज कर दीया और शिकायत कर मामले में जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि मेरे अलावा 695 सदस्यों के साथ धोखाधड़ी और 74 लाख रुपए की धोखाधड़ी आरोप लगाते हुए इस मामले की निष्पक्ष जांच कर और रिकॉर्ड सीज करने की मांग की है।