रिकॉर्ड : राकेश बिश्नोई ने 58 घंटे के रिकॉर्ड समय में 6130 मीटर की मेंतोक कंगरी पीक को किया फतह
राकेश बिश्नोई ने 30 सितंबर को लेह से निकल के 4,595 मीटर की ऊँचाई पर स्थित त्सो मोरीरी भारत की सबसे बड़ी ऊँचाई वाली झील से अपना एक्सपीडिशन शुरू किया। राकेश बिश्नोई और उनके साथी सचिन व कुंगा दौरजी द्वारा 5200 मीटर की ऊंचाई पर पहुंच के कैम्प लगाया गया और समिट किया। ये पीक 3 मेंतोक रेंज की पीक में से सबसे ऊँचाई पर है। अल्पाइन स्टाइल में 58 घण्टे में इस पीक को समिट करना एक रिकॉर्ड है । यहां का मौसम बहुत प्रतिकूल एवं चुनौतियों से भरा रहता है । यहां आम आदमी के लिए पहुंचना नामुमकिन के समान है लेकिन राकेश बिश्नोई ने अपनी टीम के साथ इस चोटी को एक इच्छाशक्ति से बहुत कम समय में फतह कर लिया।
बीकानेर के रहने वाले राकेश बिश्नोई दिल्ली में रहकर व्यवसाय करते हैं। उन्हें शुरू से ही पहाड़ों से लगाव रहा है। इसलिए उन्होंने माउंटेनियरिंग को अपने जीवन में जुनून की तरह अपनाया है और उन्हें जब भी समय मिलता है वो लगातार अलग-अलग चोटियों की ऊंचाइयों को अपने कदमो से नाप रहे हैं।
राकेश बिश्नोई नेहरू माउंटेनरिंग इंस्टिट्यूट से बेसिक एडवांस और सर्च रेस्क्यू की ट्रेनिंग लेने के बाद सतोपंथ पीक 7070 मीटर , कंगयात्से 6200 मीटर , देव टिब्बा 6000 मिटर , माउंट भारद्वाज 6100 मीटर को क्लाइंब कर चुके हैं और उनका पर्वतारोहण का यह अभियान अनवरत जारी है।