फाल्गुन की अमावस्या, महाकुंभ पर्व।
उत्सव बिश्नोईज्म का, हम सब करते गर्व॥
फाल्गुन में महाकुंभ होता पर्व विशेष।
निज मंदिर पे धोक लगा मिटाओ मन के द्वेष॥
यज्ञ ज्योति से अवतरित हो गुरु रूप तरंग।
ज्योत निरंजन देख कर भर लो हृदय उमंग।
शीश निवैँ गुरु चरणां, खिले औ मन और अंग।
जंभ शक्ति का मिलन दिवस मनाओ प्रेम संग॥
सदा ही मिले आपको जांभोजी का आशीर्वाद।
जंभ के हर उपवास से मिले दुआ प्रसाद॥
29 नियमों के पालन से, करना कर्म विशेष।
जंभ भक्तों को महाकुंभ की शुभकामना अशेष॥
जय खीचङ
मोडायत(बीकानेर)
8696872929