उदट रोही में हुआ चिंकारे का शिकार
कल ही ऐसा की हुआ शिकार करते व्यक्त वन्य जीव प्रेमियों ने देख लिया। इन्होंने तीन हिरणों को मारा दो को किसी होटल में सप्लाई कर दिया वही एक हिरण को बेचने की फिराक में थे। तभी पुलिस की सूचना सुनकर शिकारी हिरणों को लेकर भाग गये। कोलायत व चाखू सीमा पर शिकार की सूचना मिलने पर कोलायत थानाधिकारी मय जाब्ता के साथ घटना स्थल पर पहुंचे जानकारी ली। व जांच कर रहे थी तभी चाखू थानाधिकारी मय टीम के साथ घटना स्थल पर पहुंचे तो एक शिकारी भाखरसिंह को वन्य जीव प्रेमियों ने पकड़ लिया व वन विभाग को सौप दिया।
आगे कोई कार्यवाही नही की ओर न ही मृत हिरणों को बराबद किया। घटना की सूचना डीएफओ, एसीएफ, रेन्जर को दी। परन्तु वन विभाग ने चार फॉरेस्टमैनो को भेज दिया। कोई अधिकारी सूचना के बाद न ही मामले को गंभीरता से नही लिया। वही फॉरेस्टमैनो ने भी बिना कोई कार्यवाही किये फलौदी भाग गये। तो एसीएफ नरेन्द्रसिंह शेखावत ,डीएफओ हनुमानाराम चौधरी, बाप एसडीएम सुखाराम से भी बात की परन्तु कोई कार्यवाही नही की तो वन्य जीव प्रेमी महंत भगवानदास जी के नेतृत्व में चाखू पुलिस थाना के आगे शिकारियों को पकड़ने व अन्य अवशेषों की बराबदी की मांग को लेकर धरना देकर बैठ गये।
पूरी रात धरना जारी रहा है। अभी हम धरने पर बैठे है। वन विभाग के आला अधिकारी द्वारा शेष दो शिकारी व अवशेषों को नही पकड़ेंगे तब तक थाने के आगे धरना जारी रखेंगे। वही लापरवाह अधिकारी रेन्जर, एसीएफ, डीएफओ व कर्मचारियों को नही हटाया जायेगा तभी तक धरना जारी रखेंगे। इसलिए 36 बिरदारी (कोम) से अनुरोध है। कि चाखू थाने के आगे धरने में जल्द से जल्द पधारने का कष्ट करें। अन्यथा यह वन विभाग शिकारियों को बचाने की फिराक में है। और वन्य जीवों को शिकार करके खत्म कर देंगे। इसलिए जो भी भगवान को साक्षी मानते हुए। घटना स्थल पर आने लायक हो तो जरूर पधारे।