उदट रोही में हुआ चिंकारे का शिकार

उदट रोही में हुआ चिंकारे का शिकार 


उदट रोही में चिंकारे का शिकार हुआ है। बड़ा ही दु:ख भरा है। क्योंकि शिकारी एक वन्य जीवों को मारकर बड़ी बड़ी होटलों में पहुंचाता है।
उदट रोही में चिंकारे का शिकार हुआ है।

 इसका सबूत यह है। कि तीन शिकारियों द्वारा शिकार किया गया। जिसमें दो उदट के भाखरसिंह व जसवंतसिंह दोनो जाति राजपूत वही इनके साथ मोटाराम बावरी जो आदतन शिकारी है। मोटाराम केवल ऐसे रशुकदारो को चिंकारों का शिकार करने के लिए अपने पास अवैध बंदूक रखता है। जब भी इसी क्षेत्र में किसी को हिरणों को मरवाना है। तो मोटाराम दहाड़ी पर हिरणों को मारता है। आगे सप्लायर को हाथों हाथ ही सौप देता है। यही ही घटना क्रम उदट में हुई है। यह ऊपर जो दो शिकारी है।इनके पास जब कोई हिरणों के मांस की जरूरत रहती है। तो तुरन्त बावरी को बुलाकर हिरणों का शिकार करवाते है।

 कल ही ऐसा की हुआ शिकार करते व्यक्त वन्य जीव प्रेमियों ने देख लिया। इन्होंने तीन हिरणों को मारा दो को किसी होटल में सप्लाई कर दिया वही एक हिरण को बेचने की फिराक में थे। तभी पुलिस की सूचना सुनकर शिकारी हिरणों को लेकर भाग गये। कोलायत व चाखू सीमा पर शिकार की सूचना मिलने पर कोलायत थानाधिकारी मय जाब्ता के साथ घटना स्थल पर पहुंचे जानकारी ली। व जांच कर रहे थी तभी चाखू थानाधिकारी मय टीम के साथ घटना स्थल पर पहुंचे तो एक शिकारी भाखरसिंह को वन्य जीव प्रेमियों ने पकड़ लिया व वन विभाग को सौप दिया। 

आगे कोई कार्यवाही नही की ओर न ही मृत हिरणों को  बराबद किया। घटना की सूचना डीएफओ, एसीएफ, रेन्जर को दी। परन्तु वन विभाग ने चार फॉरेस्टमैनो को भेज दिया। कोई अधिकारी सूचना के बाद न ही मामले को गंभीरता से नही लिया। वही फॉरेस्टमैनो ने भी बिना कोई कार्यवाही किये फलौदी भाग गये। तो एसीएफ नरेन्द्रसिंह शेखावत ,डीएफओ हनुमानाराम चौधरी, बाप एसडीएम सुखाराम से भी बात की परन्तु कोई कार्यवाही नही की तो वन्य जीव प्रेमी महंत भगवानदास जी के नेतृत्व में चाखू पुलिस थाना के  आगे शिकारियों को पकड़ने व अन्य अवशेषों की बराबदी की मांग को लेकर धरना देकर बैठ गये। 

पूरी रात धरना जारी रहा है। अभी हम धरने पर बैठे है। वन विभाग के आला अधिकारी द्वारा शेष दो शिकारी व अवशेषों को नही पकड़ेंगे तब तक थाने के आगे धरना जारी रखेंगे। वही लापरवाह अधिकारी रेन्जर, एसीएफ, डीएफओ व कर्मचारियों को नही हटाया जायेगा तभी तक धरना जारी रखेंगे। इसलिए 36 बिरदारी (कोम) से अनुरोध है। कि चाखू थाने के आगे धरने में जल्द से जल्द पधारने का कष्ट करें। अन्यथा यह वन विभाग शिकारियों को बचाने की फिराक में है। और वन्य जीवों को शिकार करके खत्म कर देंगे। इसलिए जो भी भगवान को साक्षी मानते हुए। घटना स्थल पर आने लायक हो तो जरूर पधारे। 


                       निवेदक 
            महंत भगवानदास जी जाम्भा 
                                  व 
                 समस्त वन्य जीव प्रेमी।

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